| 1. | दीर्घावधि पूंजी की मांग मुख्य रूप से निजी क्षेत्र विनिर्माण उद्योगों, कृषि क्षेत्र, व्यापार और सरकारी एजेंसियों की तरफ से होती है।
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| 2. | दीर्घावधि पूंजी की मांग मुख् य रूप से निजी क्षेत्र विनिर्माण उद्योगों, कृषि क्षेत्र, व् यापार और सरकारी एजेंसियों की तरफ से होती है।
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| 3. | इस बाजार में कई व्यक्ति और संस्थाएं (सरकार सहित) शामिल हैं जो दीर्घावधि पूंजी की मांग और आपूर्ति को सारणीबद्ध करते हैं और उसकी मांग करते हैं।
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| 4. | इस सिद्धांत की विनिमय दर और पीपीपी की आपूर्ति की वजह से है और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय क्षमता का पूंजी की मांग के बीच एक विसंगति के अनुसार.
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| 5. | लेकिन निजी पूंजी की मांग है कि निवेश बढ़ाने के लिए न सिर्फ ब्याज दरों में कटौती की जाए बल्कि उसे और रियायतें और छूट दी जा ए.
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| 6. | व्यापार चक्र के सिद्धांत की मामूली समझ रखने वाले लोग भी जानते हैं कि उपभोक्ता मांग में बदलाव से ही पूंजी की मांग का स्तर तय होता है।
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| 7. | इसके अलावा, उद्यम पूंजी की मांग की कंपनियों की वजह से कैसे अचल संपत्ति के स्वामित्व अपनी बैलेंस शीट को प्रभावित करता है दूर भागते चाहते हो सकता है.
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| 8. | यदि उस का विस्तार नहीं होता तो वह भी अपनी सीमाओं में बंध कर रह जाती, और विस्तार हमेशा अधिक श्रम और अधिक पूंजी की मांग करता है।
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| 9. | किसी स्तर पर मुनाफा एक जरूरत हो सकता है, मगर यह सच है कि प्रिंट और टीवी मीडिया का सुचारु संचालन भी एक बड़ी़ पूंजी की मांग करता है।
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| 10. | इस बाजार में कई व् यक्ति और संस् थाएं (सरकार सहित) शामिल हैं जो दीर्घावधि पूंजी की मांग और आपूर्ति को सारणीबद्ध करते हैं और उसकी मांग करते हैं।
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